Madhya Pradesh General Knowledge – क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्य प्रदेश भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। यह भारत की बिल्कुल मध्य मे स्थित है। इस कारण भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू ने इसका नाम मध्य प्रदेश रखा। मध्य प्रदेश एक स्थलवद्ध (Landlock) राज्य है अर्थात यह समुद्र की सीमा से सटा हुआ नहीं है।
इस लेख मे आप मध्य प्रदेश के बारे मे सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे। मध्य प्रदेश मे बारे मे इसकी प्राकृतिक विशेषताएं से लेकर मानव निर्मित विशेषताएं तक यहाँ प्रस्तुत की गई है। अगर आप UPSC, State PSC, MPPSC या अन्य Gov Exams की तैयारी कर रहे है तो इस दृष्टि से आपको मध्य प्रदेश का सामान्य ज्ञान (General Knowledge about MP) होना चाहिए।
GK of Madhya Pradesh
- मध्य प्रदेश कि स्थापना – 1 नवंबर 1956
- राजधानी – भोपाल
- क्षेत्रफल – 3,08,252 वर्ग किमी
- जनसंख्या – 7,26,26,809
- राजभाषा – हिन्दी
- राजकीय प्रतीक – मध्यप्रदेश सरकार की आधिकारिक मुहर
- राजकीय पशु – बारहसिंगा
- राजकीय पक्षी – दूधराज
- राजकीय पुष्प – सफेद लिली
- राजकीय वृक्ष – बरगद
- राजकीय नाट्य – माच
- राजकीय नृत्य – राई
- राजकीय खेल – मलखम्ब
- राजकीय गान – मेरा मध्य प्रदेश है (रचयिता- महेश श्रीवास्तव)
- राजकीय फसल – सोयाबीन
- राजकीय मछली – महाशीर (2013 में घोषित)
- कुल संभाग – 10
- कुल जिले – 52
- कुल लोक सभा सीटें – 29
- कुल राजसभा सीटें – 11
- कुल विधानसभा सीटें – 230
- उच्च न्यायालय – जबलपुर (खंडपीठ- इंदौर, ग्वालियर)
- क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग – जबलपुर
- क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा संभाग – चम्बल
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग – इंदौर
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा संभाग – होशंगाबाद
- राज्य की जीवन रेखा – नर्मदा नदी
- सबसे ऊँचा स्थान -धूपगढ़ पहाड़ी (महादेव पहाड़ी में स्थित)
- सबसे नीचा स्थान – नर्मदा-सोन घाटी
- सर्वाधिक गर्म स्थान – खजुराहो
- सबसे ठंडा स्थान – शिवपुरी
मध्य प्रदेश के उपनाम
हृदय प्रदेश | क्यूंकि यह भारत के मध्य मे स्थित है। |
सोया प्रदेश | देश का 55% सोयाबीन का उत्पादन मध्यप्रदेश मे होता है। |
जनजाति प्रदेश | यहाँ देश की सर्वाधिक जनजाति जनसंख्या रहती है। |
बाग राज्य | सर्वाधिक बाघों की संख्या है। |
दाल-दलहन प्रदेश | सर्वाधिक उत्पादन होता है। |
लघु भारत | यहाँ विभिन्न संस्कृतियों का सम्मिश्रण है। |
मध्य प्रदेश की स्थिति व विस्तार
- मध्य प्रदेश का क्षेत्रफल – 308252 वर्ग किमी
- क्षेत्रफल के आधार पर राजस्थान के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य मध्य प्रदेश है।
- भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 9.38% को कवर करता है।
- अक्षांशीय विस्तार – 21°6′ – 26°30′ उत्तरी अक्षांश
- देशांतरीय विस्तार – 74°9′ – 82°48′ पूर्वी देशान्तर
- उत्तर से दक्षिण तक की लंबाई – 605 किमी
- पूर्व से पश्चिम तक की लंबाई – 870 किमी
- सबसे उत्तरी जिला – मुरैना
- सबसे दक्षिणी जिला – बुरहानपुर
- सबसे पूर्वी जिला – सिंगरौला
- सबसे पश्चिमी जिला – अलीराजपुर
- कर्क रेखा मध्य प्रदेश के मध्य से गुजरती है तथा या मध्य प्रदेश को दो भागों मे विभाजित करती है।
- कर्क रेखा भोपाल संभाग के सभी जिलों से होकर गुजरती है।
- यह मध्य प्रदेश के 14 जिलों से होकर गुजरती है – भोपाल, दमोह, कटनी, जबलपुर, रतलाम, शाजापुर, राजगढ़, शहडोल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, सागर, उमरिया, उज्जैन
म.प्र. के कुल संभाग व जिले
वर्तमान मे मध्य प्रदेश मे कुल 10 संभाग (divisions) तथा 52 जिले है। नीचे दी गई सारणी मे सभी संभाग तथा उसमे विद्यमान जिले की सूची प्रस्तुत की गई है –
भोपाल | भोपाल, सीहोर, विदिशा, राजगढ़, रायसेन |
इंदौर | इंदौर, बुरहानपुर, खण्डवा, बड़वानी, खरगौन, झाबुआ, धार, अलीराजपुर |
ग्वालियर | ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर, गुना |
उज्जैन | उज्जैन, नीमच, देवास, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर |
चम्बल | भिण्ड, श्योपुर, मुरैना |
रीवा | रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना |
सागर | सागर, दामोह, छतरपुर, पन्ना, निवाड़ी |
नर्मदपुरम | होशंगाबाद, हरदा, बैतूल |
जबलपुर | जबलपुर, कटनी, डिंडौरी, बालघाट, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मण्डला |
शहडोल | शहडोल, उमरिया, अनुपपुर |
मध्य प्रदेश का अन्य राज्यों के साथ सीमा
- मध्य प्रदेश स्थलबद्ध (landlock) राज्य है।
- मध्य प्रदेश की सीमा निम्न राज्यों से लगते है –
- उत्तर पश्चिम मे राजस्थान
- उत्तर तथा उत्तर पूर्व मे उत्तर प्रदेश
- पूर्व मे छत्तीसगढ़
- दक्षिण मे महाराष्ट्र
- पश्चिम मे गुजरात
उत्तर प्रदेश से सटे हुए जिले की संख्या – 14 | मुरैन, भिण्ड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौला |
राजस्थान से सटे जिले की संख्या – 10 | शबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, मुरैना, श्योपुर, आगर-मालवा |
महाराष्ट्र से सटे जिले की संख्या – 9 | अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, बालघाट, सिवनी |
छत्तीसगढ़ से सटे जिले की संख्या – 6 | सीधी, सिंगरौला, शहडोल, डिंडौरी, अनुपपुर, बालघाट |
गुजरात से सटे जिले की संख्या – 2 | झाबुआ, अलीराजपुर |
मधवर्ती जिले जो किसी अन्य राज्य से नहीं सटे है, इनकी संख्या – 18 | होशंगाबाद, नरसिंहपुर, हरदा, कटनी, दमोह, जबलपुर, उमरिया, ग्वालियर, उज्जैन, धार, विदिशा, देवास, इंदौर, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, मण्डला |
स्थल मण्डल – मध्य प्रदेश का भौतिक विभाजन
भौतिक संरचना – मध्य प्रदेश भारत के प्रायद्वीपीय पठार का भाग है। भौतिक संरचना के आधार पर मध्य प्रदेश को निम्नलिखित भौतिक प्रदेशों मे विभाजित किया गया है।
- मध्य उच्च प्रदेश – यह राज्य के दो-तिहाई से भी अधिक क्षेत्र पर विस्तृत है। इसे निम्न भागों मे विभाजित किया गया है –
- मध्य भारत का पठार
- बुंदेलखंड का पठार
- विंध्य कगार प्रदेश
- मालवा का सबसे बड़ा पठार
- नर्मदा घाटी
- सतपुड़ा मैकल श्रेणी – इसमे नर्मदा, ताप्ती, गोदावरी, अपवाह तंत्र की नदियां प्रवाहित होती है।
- पूर्वी पठार – इसमे बघेलखंड का पठार विस्तृत है।
मध्य प्रदेश की नदियाँ
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ – नर्मदा, चम्बल, ताप्ती, सिंध या काली सिंध, बेतवा, पार्वती, केन, टोंस, क्षिप्रा, तवा आदि।
नर्मदा नदी
- इसे मध्य प्रदेश की जीवन धारा (Lifeline of Madhya Pradesh) कहते है।
- यह अमरकंटक पठार (अनुपपुर जिला) से निकलती है।
- यह एस्चुरी का निर्माण करती है।
- इसका ढाल पूर्व से पश्चिम की ओर है।
- यह मध्य प्रदेश की सबसे लम्बी नदी है।
- नदी की लंबाई – 1312 किमी
- नदी पर स्थित राज्य की महत्वपूर्ण नगर – जबलपुर, होशंगाबाद, बड़वाह, महेश्वर, ओंकारेश्वर आदि।
- यह नदी खम्बात की खड़ी मे गिरती है।
चम्बल नदी
- उद्गम स्थल – जनावपाव पहाड़ी
- नदी की कुल लंबाई – 965 किमी
- इसकी सहायक नदी – क्षिप्रा, कालीसिन्ध, पार्वती
- यह नदी 18 मीटर ऊंचा चुलिया जलप्रपात (कोटा मण्डल) बनाती है।
- इस नदी पर अवस्थित बहुउद्देशीय योजनाएं – गांधी सागर, राणाप्रताप सागर, कोटा बांध आदि।
- यह नदी यमुना नदी मे मिल जाती है।
नदियां | उद्गम | अवसान |
नर्मदा नदी | अमरकंटक पठार | खम्भात कि खड़ी |
चम्बल नदी | जनावपाव पहाड़ी | यमुना नदी |
ताप्ती नदी | बैतूल के मुल्ताई | खम्भात की खड़ी |
सोन नदी | अमरकंटक पठार | गंगा नदी |
बेतवा नदी | विंध्य पहाड़ियाँ | यमुना नदी |
पार्वती नदी | विंध्य कगार के उत्तरी ढाल | चम्बल नदी |
कुंवारी नदी | शिवपुरी पठार | सिंध नदी |
क्षिप्रा नदी | काकरी-बरड़ी पहाड़ी | चम्बल नदी |
काली सिंध नदी | विंध्याचल | चम्बल नदी |
सिंध नदी | सिरोज | चम्बल |
केन नदी | विंध्याचल पर्वत | यमुना नदी |
तवा नदी | पचमढ़ी के महादेव पर्वत | नर्मदा नदी |
नदियों के किनारे बसे मध्य प्रदेश के प्रमुख शहर
नदी | शहर |
नर्मदा नदी | बड़वानी, निमाड़, महेश्वर, धार, जबलपुर, मण्डला, होशंगाबाद, झाबुआ, ओंकारेश्वर |
वेनगंगा नदी | बालघात |
सिंध नदी | दतिया, शिवपुरी |
पार्वती नदी | राजगढ़ |
ताप्ती नदी | बुरहानपुर, मुल्ताई |
बेतवा नदी | ओरछा, साँची, विदिशा, बुंदेलखंड, गुना |
चम्बल नदी | श्योपुर, रतलाम, मऊ |
तवा नदी | पचमढ़ी |
क्षिप्रा नदी | उज्जैन |
काली सिंध | देवास, सोनकच्छ |
म.प्र. के प्रमुख जल प्रपात
जल प्रपात का नाम | नदी | जिला |
कपिल धारा जलप्रपात | नर्मदा नदी | जबलपुर |
धुआँधार जलप्रपात | नर्मदा नदी | जबलपुर |
दुग्ध धारा जलप्रपात | नर्मदा नदी | अनुपपुर |
सहस्वधारी सहस्त्र धारा | नर्मदा नदी | खरगौन |
केवटी जलप्रपात | बीहड़ नदी | रीवा |
बहूटी जलप्रपात | बीहड़ नदी | रीवा |
चाचाई जलप्रपात | बीहड़ नदी | रीवा |
मध्य प्रदेश की जलवायु
- मध्य प्रदेश उष्णकटिबंधीय जलवायु क्षेत्र मे स्थित है।
- इसकी जलवायु मानसूनी जलवायु कहलाती है।
- यहाँ मुख्य तीन ऋतुऐं है – ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु तथा शीत ऋतु।
- ग्रीष्म ऋतु मध्य मार्च से मध्य जून महीने तक रहती है।
- यहाँ ग्रीष्म ऋतु को उनाला कहते है।
- सर्वाधिक गर्मी गंजबासौदा (विदिशा) मे पड़ती है।
- वर्षा ऋतु मध्य जून से मध्य मध्य अक्टूबर तक पड़ती है।
- यहाँ वर्षा ऋतु को चौमासा कहते है।
- लौटते हुए मानसून को मावट या मावठा कहते है।
- सर्वाधिक वर्षा पचमढ़ी (होशंगाबाद) मे होती है।
- सबसे कम वर्षा गोहद (भिण्ड) मे होता है।
- शीत ऋतु मध्य अक्टूबर से मध्य मार्च तक रहती है।
- यहाँ शीत ऋतु को सियाला कहते है।
- सर्वाधिक ठंड शिवपुरी तथा मुरैना मे पड़ती है।
म.प्र. की मृदा
- मध्य प्रदेश की मिट्टी को पाँच भागों मे विभाजित किया गया है – काली मिट्टी, लाल और पीली मिट्टी जलोढ़ मिट्टी, कछारी मिट्टी, मिश्रित मिट्टी।
- म. प्र. के लगभग 47% भू भाग पर काली मिट्टी पाई जाती है।
- यह सतपुड़ा,
काली मिट्टी | – यह सर्वाधिक 47% पाई जाती है। – यह सतपुड़ा के कुछ भाग, नर्मदा घाटी तथा मालवा के पठार मे पाई जाती है। |
लाल और पीली मिट्टी | – इसकी मात्रा लगभग 33% है। – यह यह बघेलखंड प्रदेश मे सीधी, कटनी, उमरिया तथा शहडोल जिले मे पाई जाती है। – इसमे धान की फसल अधिक बोई जाती है। |
जलोढ़ मिट्टी | – यह मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिम भागों मे पाई जाती है। – यह श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर तथा शिवपुरी जिले मे पाई जाती है। |
कछारी मिट्टी | – यह बाढ़ के दौरान नदियों द्वारा लाई जाती है। – यह भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर मे चम्बल नदी तथा उसकी सहायक नदियों द्वारा लाई जाती है। |
मिश्रित मिट्टी | – इसमे लाल, पीली तथा काली मिट्टियाँ मिश्रित रूप मे पाई जाती है। – यह बघेलखंड, विंध्य क्षेत्र, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और शहडोल जिलों के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। |
मध्य प्रदेश मे कृषि
फसलों के आधार पर मध्य प्रदेश को सात प्रमुख कृषि क्षेत्रों मे विभाजित किया गया है।
- ज्वार का क्षेत्र – गुना, शिवपुरी, श्योपुर, पश्चिमी मुरैना
- गेहूँ एवं ज्वार का क्षेत्र – इसका विस्तार लगभग सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड के पठार तथा मालवा के मध्य भाग पर है।
- गेहूँ क्षेत्र – उज्जैन, मंदसौर, शाजापुर, राजगढ़, देवास, सीहोर
- कपास का क्षेत्र – खरगौन, रतलाम, बड़वानी, धार एवं झाबुआ
- चावल एवं कपास का क्षेत्र – खंडवा और बुरहानपुर
- चावल, कपास एवं ज्वार क्षेत्र – बैतूल, छिंदवाड़ा और सिवनी
- चावल क्षेत्र – सम्पूर्ण पूर्वी मध्य प्रदेश
विशेष स्थान जो विशेष फसलों के लिए जाना जाता है
फसल | क्षेत्र |
आम | जबलपुर |
आलू | इंदौर |
आँवला | पन्ना |
सरसों | भिण्ड, मुरैना |
अलसी | बालघात, रीवा |
अफीम | मंदसौर, नीमच |
लहसुन | रतलाम |
प्याज | छिंदवाड़ा |
कृषि से जुड़ी अन्य तथ्य
- मध्य प्रदेश की 73.5% आबादी कृषि पर निर्भर है।
- लगभग 49% भू-भाग पर खेती की जाती है।
- मध्य प्रदेश की खाद्यान फसल गेहूँ है।
- भारत मे सबसे अधिक सोयाबीन मध्य प्रदेश से प्राप्त होता है।
- सोयाबीन का उत्पादक क्षेत्र – मालवा (उज्जैन)
- एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन संयंत्र उज्जैन में है।
- धान उत्पादक क्षेत्र – रीवा, पन्ना का पठार (जिला – छिंदवाड़ा, सिवनी बालघाट)
- मुँगफली की खेती मंदसौर, नीमच तथा धार जिले मे अधिक होती है।
- ज्वार एवं मक्का पश्चिमी मध्य प्रदेश मे अधिक होती है।
- चना का उत्पादन होशंगाबाद एवं नरसिंहपुर मे अधिक होता है।
- गेहूँ कि खेती सबसे अधिक मालवा क्षेत्र मे की जाती है।
मध्य प्रदेश के प्रमुख खनिज
- खनिज उत्पादन मे मध्य प्रदेश का स्थान भारत मे तीसरा है।
- हीरा उत्पादन मे मध्य प्रदेश भारत का एकमात्र राज्य है।
- हीरा पार्क मध्य प्रदेश के पन्ना जिले मे है।
- मध्य प्रदेश मे चांदी नहीं मिलता है।
मध्य प्रदेश से प्राप्त होने वाले प्रमुख खनिजों की सूची
खनिज | संबंधित क्षेत्र |
हीरा | सतना, पन्ना, छतरपुर |
लोहा | जबलपुर, झाबुआ, धार, खरगौन |
कोयला | शहडोल, छिंदवाड़ा, सिंगरोली |
तांबा | बालघाट, होशंगाबाद |
सोना | बालघाट |
टीन | गोविन्दपुर, बैतूल, चुखाड़ा |
चुना पत्थर | जबलपुर, धार, सतना, झाबुआ |
यूरेनियम | शहडोल |
जिप्सम | शहडोल, सागर, मुरैना, सतना |
ग्रेफाइट | बैतुल |
अभ्रक | बालघाट, छिंदवाड़ा |
निकेल | सीधी |
सफेद संगमरमर | जबलपुर, बैतुल |
रंगीन संगमरमर | ग्वालियर |
बॉक्साइट | मण्डला |
मैगनीज | बालघात, छिंदवाड़ा |
रॉक फास्फेट | झाबुआ |
बेराइट | टीकमगढ़ |
डोलोमाइट | बालघाट, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर |
टँगस्टन | होशंगाबाद |
मध्य प्रदेश मे ऊर्जा संसाधन
विद्युत उत्पादन के तरीकों के आधार पर मध्य प्रदेश मे दो प्रकार के ऊर्जा संसाधन उपलब्ध है –
- जल विद्युत
- तापीय विद्युत
जल विद्युत परियोजनाएं
- गांधी सागर जल विद्युत केंद्र
- राणा प्रताप सागर जल विद्युत केंद्र
- जवाहर सागर जल विद्युत केंद्र
- बरगी परियोजना
- टोंस जल विद्युत केंद्र
- पुनासा जल विद्युत केंद्र
- बाणसागर जल विद्युत केंद्र
- रिहन्द परियोजना
- पेयजल विद्युत केंद्र
तापीय विद्युत
- अमरकंटक ताप विद्युत गृह
- सतपुड़ा ताप विद्युत गृह
- विंध्याचल वृहत ताप विद्युत गृह
- चाँदनी ताप विद्युत गृह
- जबलपुर ताप विद्युत गृह
- संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र
- पेंच ताप व विद्युत केंद्र
मध्य प्रदेश की बहूउद्देशीय योजनाएं
- चम्बल घाटी परियोजना
- नर्मदा घाटी परियोजना
- इंदिरा सागर परियोजना
- तवा परियोजना
- बारगी रानी अवन्तिबाई सागर परियोजना
- राजघाट परियोजना
- भांडेर परियोजना
- ऊर्मिल परियोजना
- बरियारपुर नहर परियोजना
- माही परियोजना
- पेंच परियोजना
- बावनथड़ी परियोजना
- थावर परियोजना
- यापार बेनगंगा परियोजना या संजय सरोवर परियोजना
- हलाली या सम्राट अशोक परियोजना
- ओंकारेश्वर परियोजना
- कोलार परियोजना
- चोरल नदी सिंचाई परियोजना
मध्य प्रदेश मे परिवहन
सड़क परिवहन
- सड़क परिवहन की दृष्टि से मध्य प्रदेश का स्थान भारत मे 15वां है।
- म. प्र. मे सड़कों की कुल लंबाई – 86,000 किमी
- NH की कुल लंबाई – 4709 किमी
- SH की कुल लंबाई – 10,249
- म. प्र. से 17 राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते है।
- सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-76 (43 किमी)
रेल परिवहन
- वर्तमान मे मध्य प्रदेश मे 3 रेलवे क्षेत्र है – मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे, दक्षिण पूर्वी रेलवे।
- रेल मार्ग की लंबाई – 4903 किमी
- सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन – इटारसी
- रेलवे स्लीपर बनाने का कारखाना – वनखेड़ी, बुधनी
- मध्य प्रदेश रेल सेवा आयोग और रेलवे भर्ती बोर्ड भोपाल मे है।
- भारत की पहली ISO 9001 प्रमाणित रेल भोपाल एक्स्प्रेस है।
- भारत का पहला ISO 9001 प्रमाणित रेलवे स्टेशन हबीब गंज रेलवे स्टेशन, भोपाल मे है।
- रेलवे कोच रिपेयर फैक्ट्री – निशातपुर (भोपाल)
- रेलवे इंजन का निर्माण भोपाल बी एच ई एल मे होता है।
वायु परिवहन
- मध्य प्रदेश मे कुल 5 हवाई अड्डे है-
- खजुराहो
- जबलपुर
- इंदौर
- भोपाल
- ग्वालियर
मध्य प्रदेश मे जनसंख्या (2011 की जनगणना के आधार पर)
- कुल जनसंख्या – 7,26,26,809
- पुरुष जनसंख्या – 3,76,12,306
- महिला जनसंख्या – 3,50,14,503
- शहरी जनसंख्या – 2,00,69,405
- ग्रामीण जनसंख्या – 5,25,57,404
- अनुसूचित जनजातीयों की जनसंख्या – 1,13,42,320
- भारत की जनसंख्या मे मध्य प्रदेश – लगभग 6%
- जनसंख्या मे सबसे बड़ा संभाग – जबलपुर
- जनसंख्या मे सबसे छोटा संभाग – शहडोल
- जनसंख्या मे सबसे बड़ा जिला – इंदौर
- जनसंख्या मे सबसे छोटा जिला – हरदा
- सबसे अधिक नगरीय जनसंख्या वाला जिला – इंदौर
- जनसंख्या घनत्व – 236 वर्ग किमी
- सबसे अधिक जनघनत्व वाला जिला – भोपाल
- सबसे काम जन घनत्व वाला जिला – डिंडौरी
- साक्षरता दर – 69.3%
- पुरुष साक्षरता – 78.7%
- महिला साक्षरता – 59.2%
- सबसे अधिक साक्षरता वाले जिला – जबलपुर
- सबसे काम साक्षरता वाले जिला – अलीराजपुर
- लिंग अनुपात – 931 प्रति हजार पुरुष
Madhya Pradesh General Knowledge – सामान्य ज्ञान
- प्रथम मुख्यमंत्री – पंडित रविशंकर शुक्ल
- प्रथम राजपाल – डॉ. पट्टाभिसारमैया
- प्रथम न्यायाधीश – मो. हिदायतुल्ला
- प्रथम महिला राजपाल – सुश्री सरला ग्रेवाल
- प्रथम महिला मुख्यमंत्री – सुश्री उमा भारती
- म. प्र. का प्रथम पेपरलेस कार्यालय – बालघाट जनसम्पर्क कार्यालय
- 73 वें संविधान संशोधन के तहत पंचायती राज लागू करने वाला देश का पहला राज्य मध्य प्रदेश है।
- मध्य प्रदेश वनों का पूर्ण राष्ट्रीयकरण करने वाला देश का प्रथम राज्य है।
- म. प्र. हीरा उत्पादन करने वाला देश का एकमात्र राज्य है।
- देश का एकमात्र मानव संग्रहालय भोपाल मे है।
- गेरू उत्पादन मे मध्य प्रदेश देश मे प्रथम स्थान पर है।
- विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र भोपाल मे है।
- म. प्र. विद्युत मण्डल स्थापित करने वाला राज्य है।
- देश का सबसे बड़ा तेंदुपत्ता व बीड़ी निर्माता राज्य मध्य प्रदेश है।
- भारत का पहला रामायण कला संग्रहालय मध्य प्रदेश के ओरछा मे स्थापित है।
- पुरुष नसबंदी के मामले मे मध्य प्रदेश देश के पहले स्थान पर है।
- प्रत्येक जिला उद्दोग केंद्र स्थापित करने वाला मध्य प्रदेश देश का प्रथम राज्य है।
- बेरोजगारी भत्ता देने वाला देश का प्रथम राज्य मध्य प्रदेश है।