प्रश्न – यूरोप एवं अमेरिका के विपरीत जहाँ रेलवे ने औद्यौगिकरण मे अपनी भूमिका निभाई थी वहीं भारत मे रेलवे ने विऔद्यौगिकरण मे अपना योगदान दिया। इस कथन का परीक्षण कीजिए।
उत्तर – जब हम यूरोप एवं अमेरिका के संदर्भ मे रेलवे के प्रभाव को देखते है तो हमें पता चलता है की इन देशों मे औद्यौगिकरण में रेलवे की एक महत्वपूर्ण भूमिका थी। जबकि भारत मे रेलवे का प्रभाव विपरीत नजर आता है।
यूरोप एवं अमेरिका में रेलवे ने औद्यौगिकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहन दिया। वस्तुतः रेलवे निर्माण के क्रम मे रेलवे पटरी, रेलवे कोच, रेलवे इंजन आदि के प्रयोग की आवश्यकता थी। अतः इस क्रम मे इन देशों मे लोहे और इस्पात उद्योग स्थापित हुए।
इसके विपरीत भारत के संदर्भ मे रेलवे निर्माण के क्रम में लोहे एवं इस्पात, रेलवे कोच, रेलवे इंजन आदि सीधे ब्रिटेन से आयातित कर लिए गए। अतः भारत मे औद्यौगिकरण को प्रोत्साहन नहीं मील सका।
आरंभ मे प्रसिद्ध चिंतक कार्ल मार्क्स का भी यह मानना था की भारत मे रेलवे आने से भारत औद्यौगिकरण की ओर बढ़ेगा। परंतु आगे चलकर उन्होंने भी यह कह दिया कि रेलवे हिन्दुओं के लिए उपयोगी साबित नहीं हुआ।
इसके अतिरिक्त रेलवे के माध्यम से ब्रिटिश विनिर्मित वस्तुएं भारत मे लाई गई और भारतीय बाजारों को ब्रिटिश वस्तुओं से भर दिया गया। दूसरी तरफ रेलवे के माध्यम से भारत से कच्चे माल के निर्यात को भी प्रोत्साहन मिला। फलस्वरूप, भारत मे कारीगरी उद्योग पतन हो गया।
अतः हम ऐसा कह सकते है कि रेलवे ने जहां यूरोप और अमेरिका मे औद्यौगिकरण को प्रोत्साहन दिया वही भारत मे विऔद्यौगिकरण को प्रोत्साहन दिया।