मिशन दिव्यास्त्र के सफल परीक्षण से भारत ने तकनीकी विकास मे एक बड़ी छलांग लगाई है।
मिशन दिव्यास्त्र
भारत ने 6000 किमी के रेंज वाली अग्नि -5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण स्वदेशी विकसित MIRV (multiple independently targetable reentry vehicle) Technology से लैस था। यह भारत के प्रौद्योगिकी क्षेत्र मे एक बहुत बड़ी सफलता मानी जाती है क्यूंकि बहुत कम देश ऐसे देश है जो MIRV Technology के साथ मिसाइल को लॉन्च कर सकते है। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के द्वारा किया गया था जिसका नाम मिशन दिव्यास्त्र रखा गया। यह परीक्षण ओडिशा के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया।
मिशन दिव्यास्त्र की सफलता से भारत ने दुनिया को बता दिया है की अब भारत के पास भी लॉंग इन्टर-कॉन्टिनेन्टल रेंज वाली मिसाइल है।
MIRV टेक्नॉलजी क्या है?
MIRV का फूल फॉर्म multiple independently targetable reentry vehicle होता है। यह एक अत्याधुनिक टेक्नॉलजी वाला मिसाइल है जो एक साथ कई नूक्लीअर वेपन को अलग-अलग जगहों को निशाना बना सकता है। इस प्रकृति के कारण यह काफी हद तक दुश्मन देश के मिसाइल डिफेन्स सिस्टम को बेअसर कर सकता है।
यह टेक्नॉलजी भारत से पहले रूस, ब्रिटेन, चीन व अमेरिका के पास थी। पाकिस्तान भी इसका परीक्षण करने का दावा कर रहा है।